आजादी के अमृत महोत्सव की शृंखला में हिन्दी विभाग की ओर से 18.4.2022 को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका विषय था ‘आजादी का अमृत महोत्सव हिन्दी राष्ट्रीय कवियों के परिप्रेक्ष्य में’ । कार्यक्रम का आरंभ एजुकेशन विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ. रेखा नारीवाल के सुमधुर गणेश वंदना से हुआ । गणेश वंदना के पश्चात विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ. कविता मेहरोत्रा ने अथितियों का स्वागत करते हुए हिन्दी राष्ट्रीय कविता की अमूल्य धरोहर को दर्शकों के सम्मुख रेखांकित किया । विभिन्न विभाग के विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में अपनी सक्रिय भागेदारी निभाई । सर्वप्रथम बीनीत ठक्कर ने हिन्दी की लोकप्रिय कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान की प्रसिद्ध कविता ‘झांसी की रानी’ का सुन्दर पाठ करके दर्शकों का मन मोह लिया । सुभद्रा कुमारी चौहान न केवल कवयित्री है बल्कि स्वतंत्रता सेनानी भी हैं । आजादी से पूर्व की एक और नृशंस और भयानक घटना थी जलियाँवाला बाग हत्याकांड , जहां निरीह और लाचार लोगों पर गोलियां चलाई गई थी इसी विषय पर सुभद्रा कुमारी चौहान की एक और मार्मिक रचना ‘जलियाँवाला बाग में बसंत ‘का पाठ कृपा सहल ने किया । राष्ट्रीयता की बात हो और छायावादी कवियों का नाम न आए यह तो हो ही नहीं सकता । अंग्रेजी विभाग की छात्रा प्रतीक्षा सरकार ने जयशंकर प्रसाद की एक महत्वपूर्ण कविता ‘हिमाद्रि तुंग शृंग से’ का सुन्दर वाचन किया । अंग्रेजी विभाग के ही एक और विद्यार्थी प्रांतीक दीर्घांगी ने निराला की कविता ‘वर दे वीणावादिनी वर दे’ सुनाकर सभी को भावविभोर कर दिया । शहीदों का ऐसा अनूठा सम्मान शायद कम ही कवियों ने किया होगा जैसा कि हमें माखनलाल चतुर्वेदी की प्रसिद्ध कविता ‘पुष्प की अभिलाषा’ में मिलता है । इस सुन्दर कविता का पाठ अलीफिया हाजी ने किया । तत्पश्चात हिन्दी के प्रखर कवि रामधारीसिंह दिनकर की कविता ‘कलम आज उनकी जय बोल’ का सुन्दर पाठ रोहित दुबे ने किया । अंत में फातिमा बर्तनवाला ने नीरज की कविता ‘धरा को उठाओ गगन को झुकाओ ‘का पाठ किया । विभाग की प्राध्यापिका डॉ. आभा झा ने धन्यवाद देते हुए सभी का आभार व्यक्त किया ।
Songs express our feeling vocally but its counterpart in no less, if not better. Dancing so in order to express emotions is the rawest form of communication. Therefore to bring some raw potent energy to the Umang’14 stage, a western dance competition was held to end the day as it started- exhilaratingly. The experts on …
VOX POPULI December 9, 2020 Vox Populi conducted its induction on Zoom platform for about 60 students. The inauguration was done by Prof. Dilip Shah. Then continued by Sarvesh Mundhra and Aryan Ahmed, the student representatives. Students spoke about the purpose of the collective, which essentially translates to the voice of the people and then …
“Kabhi Kisi Ke Ragoon Mein Bhi Daud Kar Dekho, Achha Lagta Hain!” The Blood Donation Carnival took place on September 24, 2024, at The Bhawanipur Education Society College, beginning at 10 A.M. and concluding by 6 P.M. Unlike most events of its kind, this initiative is aptly termed a “carnival” rather than a mere campaign. …
Life perishes with time but Art only flourishes. The creation of a Poet or an Artist becomes an inspiration in the journey of our life. Tagore’s compositions are such which have been able to transgress the boundaries of time and become our greatest companions in our mirth and desolation. The more we explore, the more …
‘आजादी का अमृत महोत्सव हिन्दी राष्ट्रीय कवियों के परिप्रेक्ष्य में’
आजादी के अमृत महोत्सव की शृंखला में हिन्दी विभाग की ओर से 18.4.2022 को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका विषय था ‘आजादी का अमृत महोत्सव हिन्दी राष्ट्रीय कवियों के परिप्रेक्ष्य में’ । कार्यक्रम का आरंभ एजुकेशन विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ. रेखा नारीवाल के सुमधुर गणेश वंदना से हुआ । गणेश वंदना के पश्चात विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ. कविता मेहरोत्रा ने अथितियों का स्वागत करते हुए हिन्दी राष्ट्रीय कविता की अमूल्य धरोहर को दर्शकों के सम्मुख रेखांकित किया । विभिन्न विभाग के विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में अपनी सक्रिय भागेदारी निभाई । सर्वप्रथम बीनीत ठक्कर ने हिन्दी की लोकप्रिय कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान की प्रसिद्ध कविता ‘झांसी की रानी’ का सुन्दर पाठ करके दर्शकों का मन मोह लिया । सुभद्रा कुमारी चौहान न केवल कवयित्री है बल्कि स्वतंत्रता सेनानी भी हैं । आजादी से पूर्व की एक और नृशंस और भयानक घटना थी जलियाँवाला बाग हत्याकांड , जहां निरीह और लाचार लोगों पर गोलियां चलाई गई थी इसी विषय पर सुभद्रा कुमारी चौहान की एक और मार्मिक रचना ‘जलियाँवाला बाग में बसंत ‘का पाठ कृपा सहल ने किया । राष्ट्रीयता की बात हो और छायावादी कवियों का नाम न आए यह तो हो ही नहीं सकता । अंग्रेजी विभाग की छात्रा प्रतीक्षा सरकार ने जयशंकर प्रसाद की एक महत्वपूर्ण कविता ‘हिमाद्रि तुंग शृंग से’ का सुन्दर वाचन किया । अंग्रेजी विभाग के ही एक और विद्यार्थी प्रांतीक दीर्घांगी ने निराला की कविता ‘वर दे वीणावादिनी वर दे’ सुनाकर सभी को भावविभोर कर दिया । शहीदों का ऐसा अनूठा सम्मान शायद कम ही कवियों ने किया होगा जैसा कि हमें माखनलाल चतुर्वेदी की प्रसिद्ध कविता ‘पुष्प की अभिलाषा’ में मिलता है । इस सुन्दर कविता का पाठ अलीफिया हाजी ने किया । तत्पश्चात हिन्दी के प्रखर कवि रामधारीसिंह दिनकर की कविता ‘कलम आज उनकी जय बोल’ का सुन्दर पाठ रोहित दुबे ने किया । अंत में फातिमा बर्तनवाला ने नीरज की कविता ‘धरा को उठाओ गगन को झुकाओ ‘का पाठ किया । विभाग की प्राध्यापिका डॉ. आभा झा ने धन्यवाद देते हुए सभी का आभार व्यक्त किया ।
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